अजायब कमल द्वारा रचित ग़ज़ल संग्रह शीशियां दा जंगल' के नए संस्करण का लोकार्पण

होशियारपुर/दलजीत अजनोहा
श्री गुरु गोबिंद सिंह खालसा कॉलेज माहिलपुर के पुराने छात्र स्वर्गीय अजायब कमल द्वारा 1982 में प्रकाशित गजल संग्रह शीशियां दा जंगल' के नए संस्करण का विमोचन करने के लिए खालसा कॉलेज माहिलपुर में एक विमोचन समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. परविंदर सिंह, अजैब कमल के बेटे प्रिंस जगमोहन सिंह और समाजसेवी तरसेम सिंह डाडियां मौजूद थे। इस अवसर पर पंजाबी विभागाध्यक्ष डॉ. जे.बी. सेखों ने कहा कि अजायब कमल पंजाबी कविता के ऐसे युगपुरुष थे, जिन्होंने 1955-56 में खालसा कॉलेज माहिलपुर में पढ़ाई के दौरान अपनी काव्य यात्रा शुरू की और पंजाबी कविता, गजल, काव्य नाटक, महाकाव्य, उपन्यास, महाकाव्य, आलोचना आदि क्षेत्रों में विषय वस्तु और प्रस्तुति के संदर्भ में नए मानक स्थापित किए। इस अवसर पर समाजसेवी तरसेम सिंह डाडियां ने अजायब कमल की पुरानी रचनाओं को प्रकाशित करने और समाज कल्याण में योगदान देने के लिए परिवार की सराहना की। प्रिंस जगमोहन सिंह ने कॉलेज से जुड़ी अपने पिता श्री अजायब कमाल की यादों को साझा करते हुए कहा कि खालसा कॉलेज माहिलपुर के प्रति उनके मन में बहुत सम्मान था। इस अवसर पर प्रिंसिपल डॉ. परविंदर सिंह ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि खालसा कॉलेज माहिलपुर ने अकादमिक शिक्षा और खेल के अलावा साहित्य के क्षेत्र में भी अनेक साहित्यकार पैदा किए हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को श्री अजायब कमल और श्री हरभजन सिंह के नाम पर चलाई जा रही छात्रवृत्ति योजनाओं का लाभ उठाने के लिए भी प्रोत्साहित किया। लोकार्पण समारोह में शारीरिक शिक्षा विभाग के प्रमुख डॉ. राज कुमार, पंजाबी विभाग से डॉ. बलवीर कौर, प्रो. अशोक कुमार, प्रो. जसदीप कौर और प्रो. मनप्रीत सेठी भी उपस्थित थे।

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