भारी भरकम रकमें लेकर कांग्रेस द्वारा मुख्यमंत्री का पद देने के आरोप अत्यंत शर्मनाक : तीक्ष्ण सूद कहा : कांग्रेस बताएं कि मुख्यमंत्री पद देने के लिए कितनी रकम लेती हैं :
होशियारपुर /दलजीत अज्नोहा
पूर्व कैबिनेट मंत्री व वरिष्ठ भाजपा नेता श्री तीक्ष्ण सूद द्वारा जारी प्रेस नोट में कहा गया हैं कि गत दिवस पंजाब के पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी डॉ नवजोत कौर ने पंजाब के माननीय राज्यपाल श्री गुलाब चंद कटारिया से मिल कर उन्हें पंजाब की समस्यों से सम्बन्धित मांग पत्र देने के बाद मीडिया के सामने जो रहस्योंद्घाटन किया हैं कि उनके पति नवजोत सिंह सिद्धू को कांग्रेस की सरकार में इस लिए मुख्यमंत्री के उम्मीदवार नहीं बनाया जा रहा क्योंकि उन के पास इस पद को प्राप्त करने की कीमत 500 करोड़ देने के लिए नहीं हैं। यह एक अत्यंत खतरनाक आरोप हैं जो कि कांग्रेस की राजनीति के मुँह पर कालिख पोत रहा हैं। उन्होंने कहा हैं कि वैसे तो समय -समय पर कांग्रेस पर विधायकों की खरीदा-फरोखत के आरोप लगते रहे हैं , परन्तु किसी कद्दावर ना कांग्रेसी नेता की तरफ से ऐसे पैसे के लेन-देन का आरोप कांग्रेस पर लगा हो, यह पहला मौका हैं। उन्होंने कहा कि बात यंही नहीं खत्म होती , कांग्रेस के ही पंजाब के पूर्व अध्यक्ष श्री सुनील जाखड़ जो आज-कल कांग्रेस की कारगुजारी से तंग हो कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो चुके हैं व प्रदेश के अध्यक्ष हैं उन्होंने ने भी कांग्रेस पर लगे ऐसे आरोपों का समर्थन करते हुए आरोपों की पुष्टि के तौर पर कहाहैं कि पंजाब में पिछली कांग्रेस सरकार में एक प्रबल दावेदार होते हुए भी जब उन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनाया गया तो उन की जगह पर मुख्यमंत्री बनने वाले खेमे की तरफ से कहा गया था कि उन्होंने मुख्यमंत्री की कुर्सी 350 करोड़ रुपए दे कर खरीद ली हैं। पूर्व पंजाब कांग्रेस अध्यक्षों के ऐसे बेबाक आरोपों के बाद दो दिन बीत जाने पर भी अभी तक कांग्रेस द्वारा इन आरोपों का खंडन ना कर पाना साफ दिखाता हैं कि " दाल में काला नहीं परन्तु पूरी दाल ही काली है। " उन्होंने कहा की कांग्रेस द्वारा में जतनी गिरावट राजनीति में लाई गई है वह देश के लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी हैं। इसी कारन से एक-एक करके दिगज्ज कांग्रेसी नेता कांग्रेस पार्टी को छोड़ कर जा रहें हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस द्वारा जबाब ना दिया जाना उस पर लगे आरोपों की स्वीकृति का सूचक हैं, जो कि अत्यंत शर्मनाक हैं।

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