होशियारपुर/दलजीत अज्नोहा
आज के युग में दानियों की सूची बहुत लंबी है परंतु जैन बिरादरी का हम हृदय से धन्यवाद करते हैं क्योंकि इस बिरादरी ने नेत्रदान और शरीर दान करने में समाज में एक उदाहरण प्रस्तुत की है इसी के अंतर्गत मोहल्ला कोटला गौंसपुर निवासी माता ललिता जैन के निधन उपरान्त उनके परिवारिक सदस्यों रमन जैन(पति), आकाश जैन(पुत्र), प्रिंसी जैन (पुत्रवधु), माता ललिता जैन जी के नेत्र रोटरी आई बैंक एवं कॉर्नियल ट्रांसप्लांटेशन सोसाइटी (रजि.) होशियारपुर के माध्यम से संकारा आई अस्पताल लुधियाना को दान कर दिए। दान लेने की प्रक्रिया को संकारा आई अस्पताल के डॉक्टर की टीम ने पूरा किया ।
इस अवसर पर सोसाइटी के प्रधान जे . बी. बहल ने परिवार का धन्यवाद करते हुए कहा कि माता ललिता जैन जी की आंखों से दो व्यक्तियों की अंधेरी जिन्दगी को रोशनी मिलेगी।क्योंकि एक व्यक्ति द्वारा दान की गई आंखें दो अलग अलग व्यक्तियों को लगाई जाती है। कॉर्निया ब्लाइंडनेस पीड़ितों की संख्या बहुत अधिक है और कॉर्निया की कलेक्शन बहुत कम है लेकिन सोसाइटी द्वारा चलाई जा रही जागरूकता से नेत्रदान करने में लोग भाग ले रहे हैं और अब लोग चाहने लगे हैं कि संसार छोड़कर जाने वाले उनके अपनों की आंखें उनके जाने के बाद भी संसार को देख सके।
इस मौके सोसाइटी की उप-प्रधान वीना चोपड़ा ने बताया कि मरणोपरांत आंखें 6 से 8 घंटे तक जीवित रहती है और अगर उन्हें समय पर दान कर दिया जाए तो कॉर्नियल अंधेपन से पीड़ित की जिंदगी में दोबारा रोशनी भरी जा सकती है। इस अवसर पर अश्वनी कुमार दत्ता, वीना चोपड़ा,ईशान जैन, नरेश जैन कृष्ण किशोर व अन्य उपस्थित थे।

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