केंद्र सरकार द्वारा पंजाब के 30 हजार बाढ़ पीड़ितों के लिए नए घर बनवाना सराहनीय कदम : तीक्ष्ण सूद कहा : पंजाब सरकार ने बाढ़ पीड़ितों के लिए कुछ भी नहीं किया :



होशियारपुर/दलजीत अज्नोहा 
 पूर्व कैबिनेट मंत्री व वरिष्ठ भाजपा नेता श्री तीक्ष्ण सूद द्वारा जारी प्रेस नोट में केंद्र सरकार द्वारा पंजाब के ऐसे 30 हजार परिवारों को जिनके घर इस वर्ष आई  भयानक बाढ़ से क्षतिग्रस्त हो गये थे,  उन्हें बनाने के  लिए प्रति घर 120000 रुपए जारी करने के कदम को अत्यंत सराहनीय बताया हैं।  उन्हों ने कहा कि पिछले दिनों मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा उन 30000 लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के अंतर्गत मंजूरी पत्र  अपना प्रचार करते हुए वितरित किये गए हैं।  मंजूरी पत्र मिलने के बाद 15 दिनों के अंदर 70000 रुपए की पहली किश्त जारी हो जाएगी। पलिथ  लेवल तक मकान का निर्माण  पहुंचने के बाद  40000 रुपए तक की दूसरी किश्त मिलेगी तथा तीसरी किश्त जो कि 10000 रुपए की छत बनने पर दी जाएगी।  इस प्रकार  हजारों लोगों को  अपना रैन बसेरा फिर से बनाने की सुविधा मिल गई है ।  प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के अंतर्गत यह राशि  पिछड़े गरीब लोगों  को घर बनाने  के  लिए जारी की जाती थी।  बाढ़  के दौरान जब प्रधानमंत्री नरेदर मोदी , केंद्रीय कृषि मंत्री शिव राज चौहान तथा अन्य केंद्रीय टीमें पंजाब पहुंची तो उन की सिफारिश पर प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) का दायरा पंजाब में बाढ़  कर बाढ़ से क्षतिग्रस्त घर बनाने तक के लिए भी कर दिया था।  केंद्रीय मंत्रियों द्वारा अपने द्वारा की गई घोषणा को उपरोक्त मकान बनाने की राशि भेज कर पूरा कर दिया गया हैं ।  इस के साथ ही एक अन्य केंद्रीय सरकार की योजना मनरेगा  की योजना के अंतर्गत  भी उन  घरों के लिए 31000 रुपए तथा शौचालयों के लिए 12000 रुपए देने का प्रावधान किया गया हैं ।  यह 30000 घर शुद्ध रूप से केंद्रीय फंडों से बनाये जाएगे।  उन्हों ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री तथा अन्य नेता घोषणाए तो बहुत करते रहे हैं , परन्तु कोई भी घोषणा प्रावधान नहीं चढ़ी बल्कि वह केंद्र के फंडों से अपनी वाहवाही करवा रहें हैं ।  अपनी नाकामी छुपाने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान सदा केंद्र  के सिर दोष मढ़ते रहे हैं  किसानों को फसलों का मुआबजा भी आपदा राहत के केंद्र सरकार के 12000 करोड़ रुपए  में से हो दिया गया हैं।

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