नगर निगम ने माता चिंतपूर्णी मेला व्यवस्था को बनाया स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण की मिसाल


होशियारपुर/दलजीत अजनोहा 
माता चिंतपूर्णी जी का मेला हर साल की तरह इस वर्ष भी श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। इस दौरान देशभर से भारी संख्या में श्रद्धालु होशियारपुर शहर होते हुए हिमाचल प्रदेश स्थित माता चिंतपूर्णी मंदिर की ओर जाते हैं। श्रद्धालुओं की इस बढ़ती आवाजाही और धार्मिक संस्थाओं द्वारा लगाए गए लंगरों के बीच नगर निगम होशियारपुर ने शहर की स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के लिए विशेष व्यवस्थाएं की हैं।
नगर निगम कमिश्नर ज्योति बाला मट्टू ने जानकारी देते हुए बताया कि शहर में जगह-जगह लगाए गए लंगरों और श्रद्धालुओं के मार्गों पर सफाई व्यवस्था को प्राथमिकता दी गई है। निगम की ओर से सफाई सेवकों की तैनाती की गई है, जो पूरे मार्ग पर नियमित सफाई सुनिश्चित कर रहे हैं। साथ ही, लंगरों में प्रतिदिन जमा होने वाले कूड़े के निपटान के लिए निगम की गाड़ियां लगातार दौरा कर रही हैं।
पर्यावरण संरक्षण पर विशेष ध्यान देते हुए नगर निगम ने लंगर आयोजकों को डस्टबिन और बायोडिग्रेडेबल डिस्पोजल सामग्री उपलब्ध करवाई है। निगम ने इस बार स्पष्ट संदेश दिया है कि मेले के दौरान सिंगल-यूज़ प्लास्टिक का प्रयोग नहीं किया जाएगा। लंगर आयोजकों को इस नियम का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं और रोजाना संयुक्त कमिश्नर के नेतृत्व में गठित प्रवर्तन टीम लंगर स्थलों का निरीक्षण कर रही है। नियमों का उल्लंघन करने वालों के चालान भी काटे जा रहे हैं, ताकि सभी आयोजक स्वच्छता और पर्यावरण सुरक्षा के प्रति जागरूक रहें।
 ज्योति बाला मट्टू ने शहरवासियों और श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे मेले के दौरान सिंगल-यूज़ प्लास्टिक का प्रयोग न करें और भोजन के बाद उत्पन्न होने वाला कचरा निर्धारित डस्टबिन में ही डालें। उन्होंने कहा कि शहर की सुंदरता और पर्यावरण की रक्षा तभी संभव है जब हर नागरिक अपनी जिम्मेदारी समझते हुए स्वच्छता में सहयोग करे।
नगर निगम के इन प्रयासों के कारण इस बार का माता चिंतपूर्णी मेला न केवल आस्था का प्रतीक बना है, बल्कि स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दे रहा है।

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