होशियारपुर / दलजीत अजनोहा
स्वास्थ्य विभाग पंजाब के आदेशों और सिविल सर्जन होशियारपुर डॉ. पवन कुमार शगोत्रा के दिशा निर्देशों और जिला टीकाकरण अधिकारी डा सीमा गर्ग के नेतृत्व में आज जिले भर के सरकारी स्कूलों एवं आंगनबाडी केन्द्रों पर "राष्ट्रीय पेट के कीड़े निवारण दिवस" मनाया गया। जिला स्तर पर इस दिवस की शुरूआत सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल रेलवे मंडी से की गई। जहां दोपहर के भोजन के बाद बच्चों को पेट के कीड़े मारने वाली एल्बेंडाजोल की गोली दी गयी। स्वास्थ्य विभाग की ओर से आरबीएसके के एएमओ डा मनदीप कौर व एएमओ डा विवेक कुमार, मास मीडिया विंग से डिप्टी मास मीडिया ऑफिसर डॉ. तृप्ता देवी और डिप्टी मास मीडिया ऑफिसर रमनदीप कौर मौजूद रहे। इस अभियान का निरीक्षण करने के लिए राज्य मुख्यालय से अडिशनल डायरेक्टर डा. मंजू बंसल विशेष रूप से उपस्थित रहीं।
डा. मंजू बंसल ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि 01 से 19 वर्ष तक के बच्चों में पेट में कीड़े होने की संभावना अधिक होती है। इस रोग के कारण बच्चों में भूख न लगना, कुपोषण तथा खून की कमी, पूर्ण मानसिक एवं शारीरिक विकास बाधित होना, खून की कमी के कारण थकान होना, पढ़ाई में मन न लगना आदि रोग हो जाते हैं। इनसे बचाव के लिए बच्चों को यह दवा दी जा रही है, जिससे बच्चों को पेट के कीड़ों से राहत मिलेगी।यह गोली बच्चों को मध्याह्न भोजन के बाद स्कूलों में शिक्षकों और आंगनवाड़ी केंद्रों में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की देखरेख में दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि जो बच्चे आज किसी कारणवश दवा से वंचित रह जायेंगे, उन बच्चों को 5 दिसम्बर 2024 को मॉप-अप दिवस पर पुनः दवा खिलायी जायेगी।
डॉ. मनदीप कौर ने कहा कि एल्बेंडाजोल गोली से दो प्रकार से लाभ होता है, पहला प्रत्यक्ष लाभ जिसमें एनीमिया से बचाव, पौष्टिक भोजन अधिक पचना, शरीर की पाचन शक्ति में सुधार और दूसरा अप्रत्यक्ष लाभ जैसे शारीरिक शक्ति विकास, सीखने और ध्यान अवधि में सुधार, और समुदाय में आंतों के कीड़ों के प्रसार में कमी जैसे लाभ हैं। उन्होंने कहा कि इस गोली का कोई साइड इफेक्ट नहीं है और यह बच्चों और वयस्कों के लिए पूरी तरह से सुरक्षित है।
इस अवसर पर डिप्टी मास मीडिया ऑफिसर डॉ. तृप्ता देवी ने बच्चों को पेट के कीड़ों से बचाव के लिए दवा लेने के साथ-साथ अन्य महत्वपूर्ण बातों जैसे नाखूनों को साफ व छोटा रखना, खाने-पीने के बर्तन ढककर रखना अपने इर्द गिर्द साफ-सफ़ाई रखना, खाने से पहले और शौचालय जाने के बाद साबुन से हाथ धोना, जूते पहनना, नंगे पैर न चलना, साफ पानी पीना, फल और सब्जियां खाने से पहले अच्छी तरह धोना, शौच के लिए हमेशा खुली जगह के बजाय शौचालय का उपयोग करना आदि। उन्होंने कहा कि हम खुद को और अपने आस-पास को साफ रखकर पेट के कीड़ों से काफी हद तक बच सकते हैं। इस दौरान बच्चों को हाथ धोने के सही तरीके के बारे में भी जानकारी दी गई।
इस मौके पर स्कूल की वाइस प्रिंसिपल मैडम पुनीत ने स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त निदेशक डॉ. मंजू बंसल और स्वास्थ्य टीम का धन्यवाद किया।इस के उपरंत डा मंजु बंसल ने गाँव पुरहीरा , शेरगढ़ तथा चब्बेवाल स्कूलों का भी दौरा किया।
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