होशियारपुर/ दलजीत अजनोहा
परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण को सुचारू तरीके से करवाने के लिए जिला शिक्षा ब सिखलाई संस्था अजजोवाल में स्थानीय जांचकर्ताओं( फील्ड इनविजिलेटर्स)की वर्कशॉप आयोजित की गई। वर्कशॉप में जिला शिक्षा अधिकारी सेकेंडरी मैडम ललिता अरोड़ा विशेष तौर पर शामिल हुई। उन्होंने बताया कि परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण पूरे देश में एक साथ करवाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस सर्वे को करवाने में फील्ड इनविजीलेटर्स की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। जिसका निर्वाह उन्हें पूरी मेहनत के साथ करना होगा। उन्होंने कहा कि उन्हें बच्चों के साथ अच्छा व्यवहार करना होगा क्योंकि कई बार बच्चे परीक्षा के नाम पर डर जाते हैं। जब भी बच्चे परीक्षा देने के लिए बैठे तो उनके साथ मित्रता पूर्वक व्यवहार करें। लेकिन ऐसा करते समय परीक्षा की मर्यादा को पूरी तरह से कायम रखा जाए। उन्होंने कहा कि उन्हें देखना होगा कि बच्चों ने ओएमआर शीट को पूरी तरह से भर लिया है। अगर उन्हें किसी बात की परेशानी आती है तो वह उसे दूर करने में उनकी मदद करें। विभाग के उच्च अधिकारी कभी भी किसी केंद्र की चेकिंग कर सकते हैं। इस वर्कशाप के दौरान जिला शिक्षा व सिखलाई संस्था की प्रिंसिपल अनुपम शर्मा ने बताया कि इस वर्कशाप का उद्देश्य फील्ड इनविजीलेटर्स को इसके संचालन संबंधी जरूरी जानकारी देना था। उन्हें बताया गया कि किस तरह से उन्होंने संबंधित सेंटर का डाटा इकट्ठा करके उसका विश्लेषण करना है। इस दौरान जिला मास्टर सलाहकार अंकुर सूद ने सर्वेक्षण के उद्देश्य तथा विधि के बारे में मुख्य बिंदुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि उन्हें इस बात का गर्व होना चाहिए कि विभाग ने उन्हें इस काम के लिए चुना है।
परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण को सुचारू तरीके से करवाने के लिए जिला शिक्षा ब सिखलाई संस्था अजजोवाल में स्थानीय जांचकर्ताओं( फील्ड इनविजिलेटर्स)की वर्कशॉप आयोजित की गई। वर्कशॉप में जिला शिक्षा अधिकारी सेकेंडरी मैडम ललिता अरोड़ा विशेष तौर पर शामिल हुई। उन्होंने बताया कि परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण पूरे देश में एक साथ करवाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस सर्वे को करवाने में फील्ड इनविजीलेटर्स की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। जिसका निर्वाह उन्हें पूरी मेहनत के साथ करना होगा। उन्होंने कहा कि उन्हें बच्चों के साथ अच्छा व्यवहार करना होगा क्योंकि कई बार बच्चे परीक्षा के नाम पर डर जाते हैं। जब भी बच्चे परीक्षा देने के लिए बैठे तो उनके साथ मित्रता पूर्वक व्यवहार करें। लेकिन ऐसा करते समय परीक्षा की मर्यादा को पूरी तरह से कायम रखा जाए। उन्होंने कहा कि उन्हें देखना होगा कि बच्चों ने ओएमआर शीट को पूरी तरह से भर लिया है। अगर उन्हें किसी बात की परेशानी आती है तो वह उसे दूर करने में उनकी मदद करें। विभाग के उच्च अधिकारी कभी भी किसी केंद्र की चेकिंग कर सकते हैं। इस वर्कशाप के दौरान जिला शिक्षा व सिखलाई संस्था की प्रिंसिपल अनुपम शर्मा ने बताया कि इस वर्कशाप का उद्देश्य फील्ड इनविजीलेटर्स को इसके संचालन संबंधी जरूरी जानकारी देना था। उन्हें बताया गया कि किस तरह से उन्होंने संबंधित सेंटर का डाटा इकट्ठा करके उसका विश्लेषण करना है। इस दौरान जिला मास्टर सलाहकार अंकुर सूद ने सर्वेक्षण के उद्देश्य तथा विधि के बारे में मुख्य बिंदुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि उन्हें इस बात का गर्व होना चाहिए कि विभाग ने उन्हें इस काम के लिए चुना है।
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